Wednesday, August 14, 2013

Azaadi mubarak.. !!!



आजादी का चर्चा हुआ है आज,
हम आज़ाद हैं - हर दिल ये  कह कर झूमा है आज,
जो कि  जात पात की बेड़ियों से उलझे हमारे कदम रुकते हैं आज भी,
तुम इस जात के, मैं उस जात का, हम कहने से नहीं कतराते आज भी,
खुद को समझाने का दिन आया है आज,
कहने  में कि  हम आज़ाद हैं, और आज़ाद होने का जज्बा दिखने में अंतर है मेरे दोस्त,
आजादी मन का " विश्वास " है जो  किसी के  हाथ की डोर नहीं मेरे दोस्त,
एक "सच्चे इन्सान" बन जाएँ हम, तो क्या बात है,
"हर दिन खुद का हो", तो क्या बात है,
खुद को जगाने का वक़्त आया है मेरे दोस्त,
इन्सान  को इन्सान ही रहने दो मेरे दोस्त ।।

आजादी मुबारक।।